Sunday 5 July 2020

✒तुझे भूलकर ✒ Mahi Kumar

तुझे भूलकर, संभलने लगा हूँ मैं।
कब से था एक रंग का, रंग बदलने लगा हूँ मैं।।

#Mahikumar @writermahi

तन्हाई ✒ Mahi Kumar

नींद, सपने, सिलवटें, सब खो गयी। 
बिस्तर तन्हाई में रो पड़ा, चादरें सिसक कर सो गयी।

#Mahikumar @writermahi

मेरी गली के कोने पर - ✒#Mahikumar

मेरी गली के कोने पर, वो जो एक घर लगता है।
बड़ा लम्बा सा, अब एक सफर लगता है।।
वो ना जाने कब किसी का हो गया।
जिसे खोने का, अब भी डर लगता है।।

#Mahikumar @writermahi

तेरे जाने के बाद ✒ Mahi Kumar

तेरे जाने के बाद, मेरा हाल पूछती है।
ये दुनिया क्यों सवाल पूछती है।।

#Mahikumar @writermahi

इंतज़ार ✒#Mahikumar

मैं इंतज़ार करके लौट जाऊंगा।
तुम बस कहीं बुला लिया करो।। 

✒#Mahikumar
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मेरी नियत By Mahi Kumar

क्यों उठाते हो रुख से पर्दा। 
क्यों मेरी नियत खराब करते हो।।
तहलील होकर मेरी ज़िन्दगी में यूँ।
क्यों मुझे पानी से शराब करते हो।।

#Mahikumar @writermahi

उसकी मोहब्बत में By Mahi Kumar

मुझसे मिलने आना, उसके लिए जुदाई थी।
उसकी मोहब्बत में, कितनी बेवफ़ाई थी।।

#Mahikumar @writermahi

मेरे दिल की डोर By Mahi Kumar

मैं कहीं और हूं, तू कहीं और है।
मेरे दिल की डोर का, तू दूसरा छोर है।। 
#Mahikumar @writermahi